एसेट क्या है? आसान शब्दों में – Assets Meaning In Hindi
दोस्तों यदि आप भी फाइनेंसियल फ्रीडम प्राप्त करने चाहते है तो आपको भी Assets और Liabilities क्या होते है? के बारे में जानकारी होना जरुरी है। Assets और Liabilities, ये दोनों ही जीवन का एक अहम हिस्से है, बिना इसके ज्ञान के आप फाइनेंसियल फ्रीडम प्राप्त नहीं कर सकते।
Asset और Liabilities के बारे में ज्ञान न केवल जीवन में बल्कि बिज़नेस में, बिज़नेस को ग्रो करने के लिए और एकाउंटिंग में किसी व्यक्ति की वेल्थ या नेटवर्थ कैलकुलेट करने में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
दोस्तों यदि आप एकाउंटिंग में नए है या फिर आपने स्टॉक मार्किट में अभी अभी प्रवेश किया है तो आपने बड़ी बड़ी कंपनियों के balance sheet में Asset और Liabilities के बारे में जरूर लिखा देखा होगा।
Accounting में balance sheet को दो श्रेणियों में बांटा जाता है, पहला Assets और दूसरा Liabilities.
Assets और liabilities दोनों ही Accounting में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और आज के इस आर्टिकल में हम Assets क्या होते है के बारे में बात करने वाले है। liabilities के बारे में हम अपने अगले आर्टिकल में बात करेंगे।
आज हम विस्तार से जानेगे कि Asset Kya Hota Hai ? और Asset कितने प्रकार के होते है? (Types of Asset In Hindi)
तो आइये अब बिना समय गवाए सबसे पहले ये जान लेते है कि Asset क्या होता है? (Assets Meaning In Hindi)
एसेट क्या होता है? – What is Asset In Hindi
ऐसी कोई वस्तु या चीज़ जो की हमें भविष्य में पैसे या लाभ कमा कर के दे, Asset कहलाते है। Asset, ऐसे संपत्ति, गुड्स और सर्विसेज होते है जो की हमे भविष्य में पैसे कमा कर के देते हैं।
Asset वे resources होते हैं जो कि हमें पैसा बनाने में या पैसा कमाने में हमारी मदद करते हैं। उदहारण के लिए, अगर आज आपके पास कोई जमीन है, जिसे आपने काफी टाइम पहले ख़रीदा था और अब उस जमीन की कीमत बढ़ गई है तो वह आपका Asset या संपती कहा जाएगा। इसी तरह अगर आपको अपने घर से किराया आता है तो आपका घर एक तरह से आपका Asset कहा जाएगा।
मशहूर लेखर रॉबर्ट टी. कियोसकी (जिन्होंने Rich Dad Poor Dad नामक किताब लिखी है) के अनुसार, “Assets वो हैं, जो आपकी जेब में पैसे डालती हैं और Liabilities वो है, जो आपकी जेब से पैसे निकालती है।”
Assets, किसी व्यक्ति या कंपनी की Net Worth निकालने के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। साथ ही इसको कंपनी के balance sheet में भी प्रस्तुत किया जाता हैं।
ये या तो सीधे पैसे generate करते हैं, या फिर उस प्रक्रिया को आसान बनाते हैं, जिससे की पैसे बनाया जा सके। चूँकि इनकी खुद की भी एक वैल्यू होती है, इसलिए इन्हे ख़रीदा या बेचा भी जा सकता है।
आज मुकेश अंबानी हमारे देश के व दुनिये के सबसे अमीर व्यक्ति में से एक है। क्योकि इनके पास आज बहुत ज्यादा एसेट या संपत्ति है जो की इन्हे दिन रात पैसे कमा कर के दे रहे है।
किसी व्यक्ति के पास जितना ज्यादा एसेट होगा वह उसके लिए उतना ही ज्यादा फायदेमंद होगा। और इसीलिए आपको भी हमेशा अपने लिए ज्यादा से ज्यादा एसेट बनाने की कोशिश करनी चाहिए। आप अपने लिए जितने ज्यादा एसेट बनाते है आप उतने ही आमिर होते जाते है।
एसेट की परिभाषा – Meaning of Asset In Hindi
Definition -: एसेट वो होते है जो आपकी जेब में पैसे को लाते है, जो आपको पैसे कमा कर के देते है।
उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी के पास कोई मशीन है और वो मशीन उस कंपनी को पैसे कमाने में मदद करती हैं, तो उस कंपनी के लिए वह मशीन एक Asset है जिसकी एक वैल्यू है और जिसे पैसो में मापा जा सकता है।
अगर एसेट को आसान भाषा में बताऊं तो, Assets, वे होते हैं जिनकी वैल्यू पैसो में मापी जा सकती है, और जो वर्तमान में या भविष्य में पैसे कमा कर के देती है, या फिर किसी और तरीके से लाभ पहुँचाती है।
एसेट के प्रकार – Types of Assets In Hindi
Asset मुख्यतः दो प्रकार के होते है -:
- Current Asset
- Non Current Asset
आइये अब ये जान लेते है कि Current Asset और Non-Current Asset Kya Hota Hai?
1) Current Asset Kya Hota Hai
ऐसे Asset, जिनका उपयोग एक साल या एक साल से कम समय के लिए किया जा सकता हो या फिर जिसे एक साल के अंदर कैश में कन्वर्ट करवा जा सकता हो, Current Asset कहलाते है।
Raw Materials, Current Asset का एक अच्छा उदाहरण है क्योकि इनका उपयोग हम केवल एक साल या एक साल से कम टाइम के लिए ही कर सकते है। साथ ही इसे बेच कर हम इसे आसानी से cash में convert भी कर सकते हैं।
Current Assets के अंतर्गत वो सभी Assets आते है। जिन्हे हम एक साल या एक साल से कम समय के अंदर कैश में कन्वर्ट कर सकते हैं।
Current Assets को Short Term Assets के नाम से भी जाना जाता है क्योकि इसे हम केवल थोड़े समय तक के लिए ही अपने पास रख सकते है। क्योकि कुछ समय बाद में इनकी वैल्यू खत्म हो जाती है |
उदाहरण के लिए, मान लीजिये आपके पास एक किराने की दूकान है और आपने इसमें बहुत से खाद्य पदार्थ रखे हैं और चूँकि प्रत्येक चीज की एक expiry date होती है इसलिए दुकान में रखे इन खाद्य पदार्थ को आप इनकी expiry date से ज्यादा समय तक अपने पास नहीं रख सकते और यदि आप ऐसा करते है तो इनकी वैल्यू खत्म हो जाएगी। तो ऐसे में हम कह सकते है कि आपके किराने की दुकान में रखा खाद्य पदार्थ एक current asset है क्योकि कुछ समय बाद में इनकी वैल्यू खत्म हो जाएगी |
2) Non-Current Asset Kya Hota Hai
Non Current Assets, ऐसे Assets होते है जिन्हे 1 साल से ज्यादा समय के लिए रखा जा सकता है। जैसे जमीन, Building, Gold, मशीन, Pattern आदि Non Current Assets के उदाहरण है।
Non Current Asset को Long Term Asset और Fixed Asset के नाम से भी जाना जाता है क्योकि ये एक Fixed Asset होते है जिन्हे Long Term के लिए रखा जा सकता है।
Non Current Assets दो प्रकार के होते हैं -:
- Tangible Assets
- Intangible Assets
1) Tangible Assets
ऐसी संपत्ति जिन्हे देखा और छुवा जा सकता हो, Tangible Asset कहलाते है। Tangible Asset के अंतर्गत जमीन, घर ,मशीन, वाहन, Car, गोल्ड, Buildings आदि सम्पतियाँ आती है।
इसे Physical Assets भी कहां जाता है क्योकि इन्हे हम देखने के साथ साथ छू भी सकते हैं।
2) Intangible Assets
Intangible Assets वो संपतिया होती है जिन्हे न हम देख सकते है और न ही छू सकते है। जैसे कि Domain, Copyright , Patents या Trademarks आदि Intangible Assets के उदाहरण है।
इन सब प्रकारो के अलावा भी Assets के दो और प्रकार होते है -: पहला, चल संपति और दूसरा, अचल संपति
1) चल संपति (Moveable Assets)
ऐसी कोई भी संपति जिसे आप अपने साथ ले कर के जा सकते है, चल संपति कहलाती है। उदाहरण के लिए, आपके द्वारा पहने गए आपके गहने, आपके पास रखे आपके पैसे, आपके घर का सामान आदि सभी चल संपति के अंतर्गत आते है।
2) अचल संपति (Fixed Assets)
ऐसी संपति जिसे आप अपने साथ ले कर के कही भी नहीं जा सकते, अचल संपति कहलती है। उदाहरण के लिए, घर, ज़मीन, खेत आदि कुछ ऐसी अचल सम्पतियाँ है जिन्हे आप अपने साथ लेकर के कही भी नहीं जा सकते, ये जहा है वही स्थाई रहते है।
Read More -:
- निवेश या इन्वेस्टमेंट क्या है? – What Is Investment In Hindi
- निवेश के प्रकार – Types of Investment In Hindi
- निवेश कहा करे? Paisa Kaha Invest Kare
Conclusion
दोस्तों आज के इस लेख में हमने Assets Kya Hota Hai के बारे में बात की और जाना कि एसेट क्या है? (What is Asset In Hindi) और और Asset कितने प्रकार के होते है? (Types of Asset In Hindi)
आशा करता हूं की आपको हमारा यह लेख “Assets Meaning In Hindi” पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो और कुछ काम का लगा हो तो इस लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों और परिवार वालो के साथ जरूर शेयर करें। साथ ही यदि आपके कोई सवाल या सुझाव है तो आप मुझे कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते हैं।