DeFi क्या है? Defi कैसे कार्य करता है? (सम्पूर्ण जानकारी)
दोस्तों आइए बिना समय गवाए जानते हैं कि Defi Kya Hai? Defi कैसे कार्य करता है? और Defi व Traditional Finance में अंतर हैं .
DeFi क्या है? (What is Defi In Hindi)
DeFi एक Decentralized Finance सुविधा है जो ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर कार्य करता है. इसमें किसी बैंक, थर्ड पार्टी या ब्रोकर की भागीदारी नहीं होती है. इसके साथ आप DeFi के जरिये fund ट्रांसफर कुछ मिनट में ही कर सकते है. यहाँ सबसे अच्छी बात है की इसमें transaction fee बैंको की तुलना में बहुत कम होता है. हालाँकि, ये फीस अलग अलग ब्लॉकचैन नेटवर्क पर निर्भर करती है.
DeFi का उपयोग करने के लिए बैंको की तरह KYC प्रक्रिया की जरुरत नहीं होती है. इसमें सिर्फ आपको एक crypto wallet चाहिए। जिसके जरिए आप Defi का उपयोग कर सकते है.
जब हम बैंक से लेन देन करते है तो इसके लिए बैंक ट्रांसक्शन फीस के नाम पर कुछ पैसे चार्ज करता है और साथ ही हमारे पैसो का उपयोग कहाँ और कैसे करना है. ये सभी निर्णय का अधिकार बैंक के पास होता है. जबकि Defi में पैसो का पूरा नियत्रंण हमारे पास होता है और Defi में होने वाले पूरा लेन देन का रिकॉर्ड ब्लॉकचैन में स्टोर होता है जिसे कोई भी देख सकता है.
आजकल, अधिकतर DeFi applications (Dapps) में Ethereum नेटवर्क का उपयोग हो रहा है. Decentralized Finance के जरिये ट्रांसक्शन प्रकिया में लोग ब्लॉकचैन नेटवर्क का उपयोग करके लेन देन करते है. DeFi थर्ड पार्टी और बीच के सभी ब्रोकर को हटा कर लेन देन की प्रक्रिया और अधिक तेज़ बनाता है.
Defi कैसे कार्य करता है? (How Defi Work In Hindi)
सभी क्रिप्टोकोर्रेंसी की तरह DeFi भी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के ऊपर कार्य करता है जो एक decrealized system है. इसमें किसी भी एक बैंक या संस्था का नियंत्रण नहीं होता. सभी वित्तीय ट्रांससेशन ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के उपयोग से संपन्न होता है.
इस लेन देन के दौरान कोई भी middle man शामिल नहीं होता है. मिडिल मैन का मतलब बैंको से है क्योकि बैंक से पैसे लेते समय हमे मध्यस्ता की जरुरत होती है DeFi में सभी लेन देन का रिकॉर्ड ब्लॉकचैन में स्टोर रहता है जिसे कोई भी देख सकता है.
इसमें Peer-to-peer (P2P) के जरिये वित्तीय लेन देन होता है जिसमें दो पक्ष के लेन देन के बीच कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं होता है और दोनों पक्ष आसानी से क्रिप्टोकोर्रेंसी का आदान प्रदान करते है.
Defi के फायदे (Advantages of Defi In Hindi)
- DeFi का उपयोग करने के लिए आपको अपनी जानकारी जैसे ईमेल ID, मोबाइल नंबर, पता और नाम शेयर करने की जरुरत नहीं पड़ती है. यह अपने यूजर की सिक्योरिटी और गोपनीयता का ख्याल रखता है.
- DeFi में आपको बैंक की तरह अपना अकाउंट नहीं खुलवाना होता है. इसमें सिर्फ क्रिप्टो वॉलेट होना चाहिए जिससे आप लेन देन कर सके.
- DeFi में जितने लोगो के द्वारा लेन देन होता है उन सभी का रिकॉर्ड पब्लिक ब्लॉकचैन में स्टोर रहता है जिसे कोई भी देख सकता है. इसमें पारदर्शिता रखी जाती है.
- इसका इस्तेमाल Decentralized Exchange में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के लिए कर सकते है और साथ ही token को stake करके भी रख सकते है.
Defi के नुकसान (Disadvantages of Defi In Hindi)
- हालाँकि, ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी बहुत सुरक्छित माना जाता है जिसे हैक करना बहुत ही कठीन कार्य है लेकिन इसके बावजूद कोई इसे कर देता है तो इससे होने वाला नुकसान की जिम्मेदारी आपको खुद लेना होगा. इसकी भरपाई नहीं मिलता है.
- चूँकि, यह एक Decrentailezed system के ऊपर कार्य करती है जिसकी वजह से इसका कोई नियम-क़ानून नहीं होता है इसलिए इसमें आपके पैसो की जिम्मेदारी खुद रखना पड़ता है.
- Ethereum Blockchain के लेन देन में अधिक फीस देना पड़ता है जिस कारण से ट्रेडिंग करना बहुत महँगा हो जाता है.
- सभी डेफी एप्लीकेशन के साथ private key दिया जाता है जिसे अच्छी तरह से संभाल कर रखना पड़ता है क्योंकि अगर ये प्राइवेट की खो जाती है तो इसे दोबारा प्राप्त करना नामुमकिन होता है और इसके साथ में आपके क्रिप्टो वॉलेट में मौजूद सभी कॉइन का भी नुकसान हो जाता है.
Defi और Traditional Finance में अंतर (Difference between Defi and Traditional Finance In Hindi)
Defi | Traditional Finance |
---|---|
आपके पैसो का पूरा नियंत्रण आपके पास होता है. | किसी बैंक के पास आपके पैसो का नियंत्रण होता है. |
आप नियंत्रित करते है की आपके पैसे कहाँ जाएगा और कैसे खर्च होगा. | आपको बैंक पर भरोसा करना पड़ता है की वे आपके पैसे कहीं जोखिम में न डाल दें. |
इसमें लेन देन की प्रक्रिया में कुछ मिनट लगते है. | Manual प्रक्रिया के कारण भुगतान में कुछ दिन भी लग सकते है. |
इसमें पारदर्शिता होती है जिनमें आप लेन देन की सभी जानकारी देख सकते है. | इसमें आप इनकी लेन देन और लोन का रिकॉर्ड नहीं देख सकते है. |
Defi हमेशा खुला रहता है. आप कभी भी इसका इस्तेमाल कर सकते है. | कभी कभी बैंक कर्मचारियो के ब्रेक लेने के कारण बंद होता है. |
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Conclusion
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में में हमने Decentralized Finance (DeFi) के बारे में बात की और जाना कि DeFi क्या है? (What is DeFi In Hindi) DeFi और Traditional Finance में क्या अंतर है? (Difference Between Defi and Traditional Finance In Hindi)
आशा करता हूँ कि आपको DeFi Kya Hai? के बारे में सारी जानकारी मिल चुकी होगी।
यदि आपको अभी भी What is DeFi In Hindi से संबंधित कोई भी अब भी प्रश्न है तो वह आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और यदि आपको ये आर्टिकल पढ़ कर अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जो कि क्रिप्टोकरंसी technology में इंटरेस्ट रखते हैं उन्हें जरूर शेयर करें।