Virtual Currency क्या है? वर्चुअल करेंसी, डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी तीनो क्या सामान है
Virtual Currency आजकल के अखबारों में सबसे ज्यादा चर्चा किये जाने वाले विषयों में से एक है। जैसे जैसे विश्व भर में non-cash payments बढ़ रही है वैसे वैसे Virtual Currency, Digital Currency और CryptoCurrency की लोकप्रियता भी बढ़ती जा रही है।
मगर ये Virtual Currency Kya Hai? इसका क्या उपयोग है? Virtual Currency के क्या फायदे और क्या नुकसान है? आदि कुछ सवाल है जिसके बारे में हम आज के इस आर्टिकल में विस्तार से जानने वाले है।
तो आइये अब बिना समय गवाए सबसे पहले जानते है कि वर्चुअल करेंसी क्या है? (What is Virtual Currency In Hindi)
वर्चुअल करेंसी क्या है? (What is Virtual Currency In Hindi)
Virtual currency एक unregulated डिजिटल करंसी है। यहाँ unregulated का मतलब है जिसको कोई गोवेर्मेंटी अथॉरिटी कण्ट्रोल नहीं करता।
Virtual currency को किसी central bank द्वारा जारी या नियंत्रित नहीं किया जाता। यह आम तौर पर Private provider या issuers द्वारा जारी किया जाता हैं। Virtual currency के उदाहरण है – Bitcoin, Litecoin, Ethereum, Solana, XRP आदि ।
इन वर्चुअल करंसी को डिजिटल रूप में सॉफ़्टवेयर, एप्लिकेशन और नेटवर्क के माध्यम से संग्रहीत और लेनदेन किया जाता है। इनका उपयोग ज्यादतर विशिष्ट virtual communities के बीच किया जाता है।
एक virtual currency का मूल्य मुख्य रूप से व्यापारियों की भावना पर निर्भर करती है। इसकी unregulated nature के कारण, एक virtual currency के मूल्य में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है।
पारंपरिक रेगुलेटेड करेंसी, debts या सोने जैसी संपत्ति द्दारा supported होती है मगर एक virtual currency किसी भी प्रकार की intrinsic value से समर्थित नहीं होती।
Virtual currency, किसी वैल्यू का एक डिजिटल रेप्रेसेंटेशन है। मगर यह real money जैसे कि Dollar और Rupee का प्रतिनिधित्व नहीं करता।
Currency किसी देश की पहचान और संप्रभुता से जुड़ी होती है। किसी देश की Currency उसकी विशिष्ट विशेषता होती है। हर देश की अपनी एक Currency होती है जिसे छुआ और महसूस किया जा सकता है। मगर वर्चुअल करेंसी को छुआ और महसूस किया जा सकता क्योकि ये एक डिजिटल करेंसी है जो किसी भी गवर्नमेट ऑथोरिथ द्दारा नियंत्रित नहीं होती।
Private providers, आमतौर पर virtual currencies जारी करते हैं, जो की बाद में विशिष्ट virtual communities द्वारा उपयोग की जाती हैं।
“Decentralised Digital Currency” या “क्रिप्टो करेंसी” या “वर्चुअल करेंसी” का उपयोग आज दुनिया के कई हिस्सों में किया जा रहा है।
Virtual currencies डिजिटल करेंसी का एक सबसेट हैं। क्रिप्टोकरेंसी और private organizations द्वारा जारी tokens भी डिजिटल करेंसी का एक प्रकार है। इनका केवल ऑनलाइन लेनदेन में उपयोग उपयोग किया जाता है और इनका कागजी पैसे की तरह कोई भौतिक रूप नहीं होता ।
Virtual currencies का मुख्य लाभ यह है कि ये उपयोग करने में आसान है और लेनदेन तेज गति से होता है। Virtual currencies का नुकसान यह है कि उन्हें हैक किया जा सकता है और निवेशकों को अधिक कानूनी सहारा नहीं मिलता है क्योंकि ये regulated नहीं होते।
वर्चुअल करेंसी किसी Asset के रूप में उपयोग नहीं किया जाता, इसका उपयोग सिमित है। इसका उपयोग ज्यादातर गेमिंग समुदायों, और speculative investment asset के रूप में किया जाता है।
Cryptocurrency एक प्रकार की Virtual currency है जो Cryptography का उपयोग ट्रांसेक्शन को मान्य और सुरक्षित करने के लिए करती है।
Virtual currency जो real currency के विकल्प के रूप में कार्य करता है, उसे “convertible” Virtual currency कहा जाता है। बिटकॉइन, convertible वर्चुअल करेंसी का एक उदाहरण है। बिटकॉइन को उपयोगकर्ताओं के बीच डिजिटल रूप से traded किया जा सकता है और इसे INR, U.S. dollars,, यूरो और दूसरे real या virtual currencies में खरीदा या बदला जा सकता है।
जिस तरह किसी अन्य संपत्ति में लेनदेन करने पर टैक्स लगता है ठीक उसी तरह वर्चुअल करेंसी के ट्रांसक्शन पर भी टैक्स लगता है। Virtual currency में लेन-देन करने वाले Taxpayers को अपने tax returns पर उन लेनदेन की रिपोर्ट करनी पड़ती है।
Summary of Virtual Currency / Virtual Currency Meaning In Hindi
- Virtual currency एक प्रकार की unregulated digital currency है जिसे केंद्रीय बैंक द्वारा जारी या नियंत्रित नहीं किया जाता। इसके उदाहरणों में बिटकॉइन, डोगेकोईन, लिटकोइन और सोलाना आदि शामिल हैं।
- Virtual currency या तो centralized होती है और या फिर decentralized होती है। एक decentralized Virtual currency में कोई central administrator नहीं होता।
- Virtual currency का decentralization ब्लॉकचेन नेटवर्क पर निर्भर करता है, जो क्रिप्टोग्राफी-आधारित होती हैं। क्रिप्टोग्राफ़ी-आधारित Virtual currency को cryptocurrency के रूप में जाना जाता है
- Virtual currencies का लेनदेन ऑनलाइन नेटवर्क या इंटरनेट पर होता है।
- सभी Virtual currencies एक डिजिटल करेंसी हैं, लेकिन Virtual currencies निजी संगठनों या डेवलपर्स के समूहों द्वारा जारी की जाती हैं और अधिकतर unregulated होती हैं।
- Virtual currencies में लेनदेन तेज गति से होता हैं।
वर्चुअल करेंसी के प्रकार (Types of Virtual Currency In Hindi)
कानूनी स्थिति के संदर्भ में, Virtual Currency मुख्यतः दो प्रकार की होती है -:
- Centralized Virtual Currency
- Decentralized Virtual Currency
Centralized Virtual Currency क्या है?
centralized virtual currency एक ऐसी वर्चुअल करेंसी होती है जिसमे एक central administrator होता है। वर्चुअल करेंसी का सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटर आमतौर पर उस करेंसी का जारीकर्ता होता है। सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटर का काम एक सेंट्रल बैंक के सामान होता है।
सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटर उस करेंसी में होने वाले लेनदेन को कण्ट्रोल करता है, इसके उपयोग के लिए नियम भी स्थापित करता है, एक केंद्रीय खाता बही में पेमेंट का ट्रैक रखता है, और करेंसी को redeem करने का भी अधिकार रखता है। XRP, सेंट्रलाइज्ड वर्चुअल करेंसी का एक उदाहरण है।
Decentralized Virtual Currency क्या है?
Decentered virtual currency ऐसी virtual currency होती है जिनमे कोई थर्ड पार्टी सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटर या repository नहीं होता। इसमें एक डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम के द्दारा decentralized virtual currency के लेनदेन को प्रमाणित किया जाता है।
कई decentralized virtual currency जैसे की बिटकॉइन, लिटकोइन और एथेरियम आदि ब्लॉकचेन नेटवर्क पर आधारित हैं। एक ब्लॉकचेन नेटवर्क रिकॉर्ड की एक सूची को क्रिप्टोग्राफी के साथ जोड़ता है, जिसे ब्लॉक के रूप में जाना जाता है। जब लेन-देन का request किया जाता है, तो request को कई कंप्यूटरों (नोड्स) वाले नेटवर्क में प्रसारित किया जाता है।
नेटवर्क द्वारा लेन-देन सत्यापित होने के बाद, एक स्थायी और अपरिवर्तनीय ब्लॉक जिसमें लेन-देन की जानकारी होती है, मौजूदा ब्लॉकचेन में जोड़ा जाता है। इस प्रकार लेनदेन पूरा हो जाता है।
centralized virtual currency सिस्टम की तुलना में, decentralized peer-to-peer network सिस्टम में कोई central administrator नहीं होता, इससे centralized अथॉरिटी द्दारा होने वाले विफलता से बचा जा सकता है। हालांकि, central authority की अनुपस्थिति के कारण कई सारे समस्याएं उत्पन्न हो सकती है जैसे मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य अवैध लेनदेन में इनका गलत उपयोग किया जा सकता है।
चूँकि इनमे कोई बिचौलिया (intermediaries) नहीं होता इसलिए decentralization पार्टियों के बीच अधिक पारदर्शिता और कम लेनदेन costs प्रदान करता है।
हालांकि, उपयोग के आधार पर देखा जाए तो वर्चुअल करेंसी को दो और प्रकारो में बनता जा सकता है -: Closed virtual currency (जिसे आमतौर पर Non-Convertible Virtual Currency के रूप में जाना जाता है) और Open virtual currency (जिसे आमतौर पर Convertible Virtual Currency के रूप में जाना जाता है)
आइए जानते है कि Closed virtual currency और Open virtual currency क्या है?
Closed Virtual Currency क्या है?
Closed virtual currency ऐसी वर्चुअल करेंसी होती है जो किसी प्राइवेट ऑपरेटर द्दारा नियंत्रित या संचालित होती है। closed virtual currency को किसी अन्य करेंसी या real-world करेंसी में नहीं बदला जा सकता। उदाहरण के लिए, गेम में उपयोग होने वाले वर्चुअल करेंसी एक Closed virtual currency है जिनको केवल उसी गेम में ही उपयोग किया जा सकता है, उन virtual currency को real-world मनी में नहीं बदला जा सकता।
Open Virtual Currency क्या है?
Open virtual currencies ऐसी वर्चुअल करेंसी होती है जिनको किसी अन्य करेंसी या real word करेंसी में बदला जा सकता है। इन्हे convertible virtual currencies के रूप में जाना जाता है।
Open virtual currencies ओपन इकोसिस्टम में कार्य करते है और उन्हें किसी platform के भीतर या उसके बाहर किसी अन्य मुद्रा में परिवर्तित किया जा सकता है। क्रिप्टोकरेंसी (जैसे – बिटकॉइन, एथेरियम आदि) और स्टेबल कॉइन (जैसे – DAI, USDT आदि) Open virtual currencies के उदाहरण है।
बिटकॉइन और एथेरियम, market capitalization के हिसाब से दो सबसे बड़े वर्चुअल करेंसी है जिनको अन्य क्रिप्टोकरेंसी या real word करेंसी में परिवर्तित किया जा सकता है।
Virtual Currency के लाभ (Advantages of Virtual Currency In Hindi)
virtual currencies के लाभ निम्नलिखित हैं:
- फिजिकल करेंसी की तुलना में virtual currencies को बनाने में लगने वाले लगत काम होता है।
- Virtual currencies को स्टोर करके रखना आसान है।
- Virtual currencies में लेनदेन तेज गति से होता है यह भौगोलिक सीमाओं को समाप्त करती है।
- Virtual currencies में पेमेंट करना काफी सुविधाजनक है। इनकी नेटवर्क-आधारित प्रकृति के कारण पेमेंट तेजी से और आसानी से होता हैं।
- यह central administrator की सुरक्षा विफलता से बचाता है।
- Decentralized virtual currencies में दो पार्टियों के बिच कोई इंटरमीडिएटरी नहीं होता इससे ट्रांसक्शन कॉस्ट कम पड़ता है।
- Virtual currencies को स्वचालित लेनदेन को पूरा करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, एथेरियम के ब्लॉकचेन पर smart contracts मानव हस्तक्षेप के बिना escrow accounts में पैसा hold कर सकते हैं और release कर सकते हैं।
Virtual Currency के नुकसान (Disadvantages of Virtual currency In Hindi)
Virtual currencies के नुकसान निम्नलिखित हैं -:
- क्रिप्टोकरेंसी ( जो वर्चुअल करेंसी का एक रूप है) के लिए ब्लॉकचेन नेटवर्क को हैक करने के कई मामले सामने आए हैं।
- हालांकि वर्चुअल करेंसी में निर्माण या फिजिकल भंडारण लागत नहीं लगता मगर इनमे कुछ अन्य संबद्ध खर्च होते हैं। उदाहरण के लिए, क्रिप्टोकुरेंसी उपयोगकर्ताओं को अपने क्रिप्टोकुरेंसी को डिजिटल वॉलेट में स्टोर करने की आवश्यकता होती है।
- क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमतों में तेजी के बाद मार्किट में कई ऐसे क्रिप्टोकोर्रेंसी आ गए है जिनका कोई उदेश्य केवल घोटाला करना था
- टोकन को अन्य मुद्राओं में परिवर्तित नहीं किया जा सका।
- Unregulated वर्चुअल करेंसी निवेशकों को कानूनी सहारा नहीं देती हैं क्योंकि वे निजी संस्थाओं द्वारा जारी किए जाते हैं।
- एक्सचेंजों पर कारोबार की जाने वाली वर्चुअल करेंसी, जैसे कि क्रिप्टोकरेंसी, अत्यधिक volatile हैं।
- Decentralized Virtual Currencies अवैध लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग के अवसर प्रदान करती हैं।
Read More -:
- Digital Currency क्या है? – What is Digital Currency In Hindi
- Cryptocurrency : आसान शब्दों में जाने क्रिप्टोकरेंसी क्या है और कैसे काम करता है?
- CBDC क्या है? – What is Central Bank Digital Currency In Hindi
- Blockchain क्या है? – What is Blockchain Technology In Hindi
- Bitcoin क्या है? – What is Bitcoin In Hindi [पूरी जानकारी]
- बिटकॉइन माइनिंग क्या है? – What is Bitcoin Mining In Hindi
Conclusion
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमनें Virtual Currency के बारे में बात की और जाना कि वर्चुअल करेंसी क्या है? (What is Virtual Currency In Hindi) और वर्चुअल करेंसी कितने प्रकार के होते है? (Types of Virtual Currency In Hindi)
आशा करता हूँ कि आपको Virtual Currency Kya Hai? के बारे में सारी जानकारी मिल चुकी होगी।
यदि आपको अभी भी Virtual Currency In Hindi से संबंधित कोई भी अब भी प्रश्न है तो वह आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और यदि आपको ये आर्टिकल पढ़ कर अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जो कि क्रिप्टोकरंसी technology में इंटरेस्ट रखते हैं उन्हें जरूर शेयर करें।