Dapp क्या है? – What is Dapp In Hindi
Dapp एक open-source software application होता है जो P2P ( peer-to-peer) कंप्यूटर नेटवर्क पर कार्य करता है। इसे कोडिंग के माध्यम से बनाया जाता है जिसका उपयोग हर व्यक्ति कर सकता है।
Dapp पूरी तरह से decentraied यानी इसमें किसी देश की सरकार या केंद्रीय बैंक का नियंत्रण नहीं होता है। Dapp को कोई एक ग्रुप या संस्था नहीं चलाती है। यह blockchain technology पर आधारित है। यदि एक बार कोई मेसेज या फोटो dapps के data मे स्टोर होता है तो वापस इसे डिलीट करने कि कोशिश विफल रहेगा क्योंकि ये permanently store हो जाता है।
अन्य साधारण apps जैसे ola, uber, Paytm, OYO इन सभी apps का नियंत्रण कंपनी के द्वारा किया जाता है। जिसके कारण कंपनी इसमें अपने अनुसार कोई भी बदलाव कर सकती है। यह एक पब्लिक प्लेटफार्म है जो हर किसी के लिए उपलब्ध रहता है।
जिस प्रकार अन्य normal apps का निर्माण Python, HTML जैसे programing languages से किया जाता है ठीक उसी प्रकार Dapp को developer ने Solidity languages कि मदद से बनाया है।
Dapp कैसे कार्य करता है? (How Dapp Work In Hindi)
DApp (Decentralized apps), blockchain technology पर कार्य करती है जो की decentralized system होता है। इसपर किसी सरकार या केंद्रीय बैंक का नियंत्रण नहीं होता है।
इसका उपयोग दुनिया में कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है। Dapp को बनाकर जब developer इसे blockchain में डालते है, तो उसके बाद इसमें किसी भी प्रकार का बदलाव या data को डिलीट करना असंभव हो जाता है।
Dapp और Apps में क्या अंतर है? (Difference Between Dapp And Apps In Hindi)
- Normal apps की coding को कोई भी व्यक्ति देख और पढ़ नहीं सकता और यह किसी संस्था या कंपनी के नियंत्रण में होता है जिसमें कंपनी अपने अनुसार कभी भी बदलाव कर सकती है। जबकि Dapp को भी कोडिंग से बनाया जाता है जिसे हर कोई पढ़ या देख सकता है परंतु इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है।
- Dapp की तुलना में Normal App को हैक करना आसान होता है। कई बार फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, आदि जैसी app का data leak हो जाता है। इतनी बड़ी कंपनिया भी हैकर से अपने apps की सुरक्षा नहीं कर पाती है। इनका खुद का डाटा सेंटर headquarter में होता है जिसमें app इस्तेमाल करने वाले लोगो की जानकारी store होती है, लेकिन Dapps में यूजर्स का डाटा एक स्थान में नही बल्कि अनेक स्थानो के कंप्यूटर में store होता है जिसे peer कहा जाता है। इसको हैकर के लिए hack करना नामुमकिन होता है।
- Dapps का नियंत्रण किसी के पास नही होता है जिसके कारण इसे decentralized app कहते है। जबकि normal apps मे कंपनी अपने अनुसार कार्य और बदलाव करते रहती है।
Dapp की विशेषताएं (Advantages of Dapp In Hindi)
- सभी Dapps blockchain तकनीक पर कार्य करता है, जो कि decentrailed होता है।
- इसमें Dapp token उत्पन्न होता है जो contributing nodes को वैल्यू प्रदान करता है।
- इसके Miners को पुरस्कार के रूप में token दिया है जब वे इस ecosystem मे सफलतापूर्वक contribute करते है।
- Dapps मे किसी एक ग्रुप या कंपनी का नियंत्रण नहीं होता है जिसके कारण इसमें freedom of speech यानी बोलने कि आज़ादी मिलती है।
Dapp के लाभ (Advantages of Dapp In Hindi)
- Dapp में जो भी डाटा रिकॉर्ड होता है उसमें बदलाव या डिलीट करना नाममुंकिन होता है।
- इसका नियंत्रण थर्ड पार्टी या संस्था के पास नहीं होता है। इसे हर व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है।
- Dapp का डाटा किसी एक स्थान में स्टोर होने के बजाय अनेक कंप्यूटर नेटवर्क में होता है जिसके कारण इसमें नेटवर्क की समस्या नहीं आती है।
- इसे कोई देश की सरकार या संस्था बंद नहीं कर सकती है क्योकि इसकी IP address कहीं पर भी होस्ट नहीं होती है।
- अलग अलग नेटवर्क मे data store होने के कारण इसे हैक करना नामुमकिन होता है।
Dapp के नुकसान (Disadvantages of DAPP In Hindi)
- यदि developer द्वारा Dapps बनाते समय गलती से भी कोई bug या error Dapp मे रह जाता है, तो यह गलती बाद में बहुत बड़ी परेशानी बन सकती है क्योकि अगर हैकर को इसका पता लग जाता है तो उनके लिए Dapp को हैक करना ज्यादा कठिन कार्य नहीं होगा।
- यह लोगो के लिए एक नई टेक्नोलॉजी है जिससे इसका इस्तेमाल कम लोग ही करते है। काफी लोगो को भरोसा नहीं होता है और वह इसको उपयोग करने में डरते है की कही उनके साथ scam न हो जाए।
- Dapp को update और maintain करना बहुत ही कठीन कार्य है क्योकि इसमें हर peer के नोड सॉफ्टवेयर को अपडेट करना पड़ता है जो की काफी मुश्किल होता है।
- जब आप साधारण apps का उपयोग करते है तो उसमें आपको अपनी जानकारी देनी पड़ती है जिसे KYC भी कहा जाता है। इससे उपयोगकर्ता की पहचान होती है लेकिन Dapps में ऐसा बिल्कुल नहीं होता, इसमें बिना KYC किए इस्तेमाल कर सकते है। यदि आपके साथ कोई fraud होता है तो सिर्फ वॉलेट अड्रेस ही होता है जिससे fraud करने वाले के बारे में पता लगाना बहुत कठिन होता है।
- कई बार Dapp बहुत धीरे load होता है जिससे कारण transaction के समय भी काफी समय लग जाता है।
Dapp के उदाहरण क्या है? (Examples of Daap)
हालांकि, आजकल मार्केट में कई हजारों प्रकार के Dapps लगातार बनते रहते है, जिनमें से कुछ उदाहरण है – TraceDonate, Chainlink, Minds, Uniswap, इत्यादि।
Dapp का इतिहास क्या है? (History of Daap In Hindi)
BitToken और Tor जैसी blockchain टेक्नोलॉजी के विकास से पहले ही Dapps विभिन्न रूपों में मौजूद है। हालांकि, Blockchain technology ने Dapps कि क्षमता के दायरे को बढ़ाया है। जैसे Ethereum सबसे अच्छा उदाहरण है, जिसे Dapps के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए डिजाइन किया गया है जिसकी वजह से Dapp की संख्या में अच्छी बढ़त भी देखने मिली है।
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Conclusion
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में में हमने Dapp के बारे में बात की और जाना कि DAAP क्या है? (What is Daap In Hindi) Daap कैसे काम करता है? और Daap के फायदे और नुकसान क्या है? (Advantages and Disadvantages of Daap In Hindi)
आशा करता हूँ कि आपको Dapp Kya Hai? के बारे में सारी जानकारी मिल चुकी होगी।
यदि आपको अभी भी What is Dapp In Hindi से संबंधित कोई भी अब भी प्रश्न है तो वह आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और यदि आपको ये आर्टिकल पढ़ कर अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जो कि क्रिप्टोकरंसी technology में इंटरेस्ट रखते हैं उन्हें जरूर शेयर करें।
Very interesting subject
Very Nice project is Dapp
Sir dapp aur brouser me kya antar hai